केले के रेशे से बनी शादी की पत्रिका और पावरलूम कपड़े का लिफाफा
केले के रेशे से बनी शादी की पत्रिका और पावरलूम कपड़े का लिफाफा
निमाड प्रहरी 9977766399
बुरहानपुर। निमाड प्रहरी .संपादक-- अश्विनी कुमार नयन आमंत्रण पत्र मध्यप्रदेश सहित सामाजिक, राजनैतिक प्रमुखों और प्रबुद्धजनों को देश के कोने-कोने में पहुंच रहा है। इस वैवाहिक आमंत्रण पत्रिका को विशेष रूप से
बुरहानपुर जिले के प्रमुख कृषि उत्पाद केला और पावरलूम के कपड़े को केन्द्र मंे रखकर डिजाईन किया गया। साथ ही इसके निर्माण में गोबर का भी उपयोग किया गया है। जैसे ही यह पत्रिका आमंत्रित जन के हाथों में पहुंचती है तो यह पत्रिका समाज में चर्चा का विषय बन रही है। यह आमंत्रण पत्रिका बुरहानपुर की पर्यावरण के प्रति जागरूक जनप्रतिनिधि, विधायक एवं लाडली बेटी श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने अपने छोटे पुत्र समर्थ चिटनिस के वैवाहिक कार्यक्रम में आमंत्रण देने हेतु बनवाया है।
केले के रेशे और गोबर के मिश्रण से निर्मित कागज
बुरहानपुर जिले का प्रमुख उत्पाद केला तथा कपड़ा उद्योग को दृष्टिगत रखते हुए श्रीमती अर्चना चिटनिस ने सदैव इनकी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बनाने हेतु अपनेे प्रयासों को जारी रखा है।
जिसमें पिछले पारिवारिक कार्यक्रम में आमंत्रित मेहमानों को केले के दोेेने-पत्तल में भोजन कराया था, जिसमें जीरों वेस्ट प्लॉस्टिक का उपयोग कर पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा गया था। इसी क्रम को जारी रखते हुए इस बार श्रीमती चिटनिस ने केला, गन्ना और स्थानीय उत्पाद कपड़ा तीनों का प्रचार-प्रसार देशभर में अपने इस पारिवारिक कार्यक्रम की आमंत्रण पत्रिका के माध्यम से करने का सराहनीय प्रयास किया है। पत्रिका हेतु कागज का निर्माण केले के रेशे और गोबर के मिश्रण से कराया गया है।
कपड़े की थैली का बनाया लिफाफा
बुरहानपुर कपड़ा उद्योग की दृष्टि से प्राचीनकाल से विश्व में अपना स्थान रखता है। प्राचीनकाल में हाथकरधा और वर्तमान में पावरलूम कपड़े से बुरहानपुर की देशभर में पहचान बनाए रखने हेतु स्थानीय जनप्रतिनिधि श्रीमती अर्चना चिटनिस ने पावरलूम निर्मित सूती कपड़े की थैली में आमंत्रण पत्रिका रखकर देशभर में अपने परिचितजनों और प्रादेशिक-राष्ट्रीय स्तर के नेताओं अपने पुत्र समर्थ चिटनिस की शादी का आमंत्रण पत्र प्रेषित किया है। हजारों की संख्या में भेजे गए यह आमंत्रण पत्र निमाड़, मालवा सहित मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और देशभर में जिनके हाथों यह पत्रिका पहुंची उसके लिए आकर्षण का केन्द्र ही नहीं वरन् चर्चा का बिन्दु बन गई है। क्योंकि इस पत्रिका का कवर आम पत्रिका के प्लॉस्टिक कवर नहीं अपितु बुरहानपुर में निर्मित कपड़े से बनाई गई थैली (लिफाफा) है।
व्यक्ति, परिवार, समाज और देश निर्माण की चिरंतर-निरंतरता का संदेश
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने इस वैवाहिक पत्रिका में अपने वैचारिक दृष्टिकोण का विशेष रूप से संदेश प्रकाशित कराया है। जिसमें मुख्य पृष्ठ पर प्रकृति, पर्यावरण आधारित मानव जीवन को प्रकाशित करते सूर्यदेव का खिलता प्रकाश, स्वस्तिक सहित चेहकते और
आकाश मंे उड़ते पशु-पक्षी एवं हरियाली का संदेश दिया। साथ ही इस पत्रिका में विशेष रूप डिजाइन में एकात्म मानववाद का अटूट चक्र है जो पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की सोच जिसमें व्यक्ति, परिवार, समाज और देश निर्माण की चिरंतर-निरंतरता का संदेश दे रहा है। इस पत्रिका को देखते ही विचारवान नागरिक के मन में प्रकाशित खिलता, हंसता हुआ सूर्य, पेड़ पर चेहकते पक्षी पर्यावरण प्रेम दर्शाती यह पत्रिका मानव जीवन को हर्षित और उल्लासित करने वाला स्पष्ट भाव दर्शाती हैं।
स्थानीय उत्पाद को मिले समर्थन-ब्रम्हपुर का हो उत्साह वर्धन
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि समर्थ व नम्रता के मंगल परिणय का यह आमंत्रण पत्र केले की फसल के बाद शेष तने से निकाले गए रेशों,
गोबर व कपास से बनाए गए कागज पर लिखित है। इस आमंत्रण पत्र को ब्रम्हपुर (बुरहानपुर) में बने कपड़े की थैली में रखा गया है। स्थानीय उत्पाद को मिले समर्थन-ब्रम्हपुर का हो उत्साह वर्धन है। प्रकृति से उत्पन्न व प्रकृति में ही समाहित हो जाने वाला यह निमंत्रण पत्र हमें प्रकृति से एकात्म होकर जीने की प्रेरणा देता है। यही जीवन का मंगल उत्सव है।
दिनांक:- 16 अप्रैल 2025
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