आस्था की अनुगूंज कृति ने आस्था शब्द को व्यापकता प्रदान की है। -- जयंत गुप्ता
आस्था की अनुगूंज’ से आस्था को मिली व्यापकता
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- अवंतीपुर बड़ोदिया में लोकार्पण समारोह में विधायक चौधरी ने कहा
अवंतिपुर बड़ोदिया। आस्था की अनुगूंज कृति ने आस्था शब्द को व्यापकता प्रदान की है।
लेखक जयंत गुप्ता ने न केवल अदृश्य आस्था का अनुभव किया बल्कि सभी को यह अनुभूति प्रदान करने का महत्वपूर्ण काम किया है। ये बात विधायक कुणाल चौधरी ने महाशिवरात्रि पर अवंतिपुर बड़ोदिया स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव तीर्थक्षेत्र में सीए जयंत गुप्ता की कृति ’आस्था की अनुगूंज’ के लोकार्पण समारोह में कही। वरिष्ठ साहित्यकार और श्री गीता माधुरी, श्री सांई सच्चरित्र सार व श्री सुखराम चालीसा के रचयिता श्री शिव नारायण टुवानी ने आस्था की अनुगूंज को वास्तविकता पर आधारित बताते हुए ईश्वरीय कृति निरूपित किया। उन्होंने कहा यह कालजयी व अमर रचना है। अधक्षीय उद्बोधन में श्री महेशचंद्र प्रगट ने कहा कि नवसाहित्य सृजन की विधा में यह महान प्रयास है। आस्था को केवल अनुभव ही किया जा सकता है, शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते। जिस तरह पिता के प्रति आस्था को पुत्र महसूस ही करता है। ग्रामप्रधान किरण महेंद्रसिंह सिकरवार ने अवंतिपुर तीर्थ के विकास में माहेश्वरी समाज के योगदान की प्रशंसा की और कहा जिस भाव से जयंत गुप्ता यह काम कर रहे हैं, उसके लिए ईश्वरीय अनुभूति प्राप्त होना स्वाभाविक है। कुलगुरु पं. प्प्रकाश जी व्यास के पावन आतिथ्य में संपन्न समारोह में माहेश्वरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजेंद्र बजाज एवं डॉ. बंशीलाल गुप्ता विशेष अतिथि थे। स्वागत उद्बोधन श्री सुदर्शन मूँद्डा ने दिया । इस अवसर पर मानस समिति के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। समारोह के दौरान समाजजनों ने कुलदेवता का पूजन अर्चन कर कुलदेवता भूतभावन भगवान श्री महेश से आशीर्वाद लिया। *श्री सिद्धेश्वर महादेव सेवा न्यास
लेखक जयंत गुप्ता ने न केवल अदृश्य आस्था का अनुभव किया बल्कि सभी को यह अनुभूति प्रदान करने का महत्वपूर्ण काम किया है। ये बात विधायक कुणाल चौधरी ने महाशिवरात्रि पर अवंतिपुर बड़ोदिया स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव तीर्थक्षेत्र में सीए जयंत गुप्ता की कृति ’आस्था की अनुगूंज’ के लोकार्पण समारोह में कही। वरिष्ठ साहित्यकार और श्री गीता माधुरी, श्री सांई सच्चरित्र सार व श्री सुखराम चालीसा के रचयिता श्री शिव नारायण टुवानी ने आस्था की अनुगूंज को वास्तविकता पर आधारित बताते हुए ईश्वरीय कृति निरूपित किया। उन्होंने कहा यह कालजयी व अमर रचना है। अधक्षीय उद्बोधन में श्री महेशचंद्र प्रगट ने कहा कि नवसाहित्य सृजन की विधा में यह महान प्रयास है। आस्था को केवल अनुभव ही किया जा सकता है, शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते। जिस तरह पिता के प्रति आस्था को पुत्र महसूस ही करता है। ग्रामप्रधान किरण महेंद्रसिंह सिकरवार ने अवंतिपुर तीर्थ के विकास में माहेश्वरी समाज के योगदान की प्रशंसा की और कहा जिस भाव से जयंत गुप्ता यह काम कर रहे हैं, उसके लिए ईश्वरीय अनुभूति प्राप्त होना स्वाभाविक है। कुलगुरु पं. प्प्रकाश जी व्यास के पावन आतिथ्य में संपन्न समारोह में माहेश्वरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजेंद्र बजाज एवं डॉ. बंशीलाल गुप्ता विशेष अतिथि थे। स्वागत उद्बोधन श्री सुदर्शन मूँद्डा ने दिया । इस अवसर पर मानस समिति के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। समारोह के दौरान समाजजनों ने कुलदेवता का पूजन अर्चन कर कुलदेवता भूतभावन भगवान श्री महेश से आशीर्वाद लिया। *श्री सिद्धेश्वर महादेव सेवा न्यास
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