बुरहानपुर में 3-3 पीएमश्री एवं सीएम राईस स्कूलों की सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का साधुवाद-पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस

 बुरहानपुर में 3-3 पीएमश्री एवं सीएम राईस स्कूलों की सौगात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का साधुवाद-पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस 

निमाड़ प्रहरी 9977766399

बुरहानपुर। बच्चे हमारा भविष्य है, इनसे मिलने और संवाद करने पर मन में एक विशेष उर्जा का सुखद प्रवाह होता है।


हम बुरहानपुर के प्रत्येक बेटी और बेटे के भविष्य को संवारने में जुटे हुए है, प्यारे बच्चों आप लगन से पढ़ाई करें और बुरहानपुर, प्रदेश और देश का का नाम रोशन करें, मेरी असीम शुभकानाएं।

हम दुनिया के सबसे युवा देश है। हमारे मध्यप्रदेश के बच्चों को बेहतर शिक्षा के माध्यम से उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिले, इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सरकार प्रयास कर रही है।

यह बात प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने बुरहानपुर के शाहपुर में सीएम राईज स्कूल में आयोजित ‘स्कूल चलें हम अभियान-2023‘ का शुभारंभ करते हुए कही।


श्रीमती चिटनिस ने प्रेरक की भूमिका में विद्यार्थियों से भेंटकर अपने अनुभव को सांझा किया।

छात्र-छात्राओं को पुस्तके वितरित की। इस अवसर

श्रीमती चिटनिस ने कम्प्यूटर लैब का भी उद्घाटन किया।

पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर को 3-3 पीएमश्री एवं सीएम राईस स्कूलों की सौगात मिली है। इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी चौहान का साधुवाद।


उन्होंने कहा कि बुरहानपुर में वर्ष 2008 से 2018 तक का कार्यकाल स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में बुरहानपुर के लिए क्रांति कार्यकाल रहा है। जहां वर्ष 2008 में हाईस्कूलों की संख्या 12 थी आज 40 हो गई है। इसी प्रकार हायर सेंकडरी स्कूलें 14 से बढ़कर 51 की गई है। वहीं

शिक्षकों की संख्या 1365 से बढ़कर 4 हजार 18 की गई है। स्कूलों भवनों में इजाफा करते हुए 155 से बढ़ाकर 588 की गई है। साथ ही 27 स्कूलों में कम्प्यूटर लैब स्थापित किया गया है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का लाईन संबोधन देखा व सुना। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता युवराज महाजन, रामभाऊ सोनवने, नगर परिषद


अध्यक्ष प्रतिनिधि विरेन्द्र तिवारी, जनपद पंचायत अध्य्क्ष प्रतिनिधि प्रदीप पाटिल, नगर परिषद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि गोपाल चौधरी, विनोद चौधरी, अशोक महाजन, अरूण चौधरी, पवन बड़ोले, ताजू भाई, शाकिर भाई, मुकेश बुनगाड़, किशोर देशमुख, कैलाश असेरकर, प्रवीण लोहार, योगेश चौधरी, गणेश महाजन, किशोर महाजन, विठ्ठल किरोचे, आकाश राखोंडे, गोकुल जटाले, विजय आमोद, चेतन पुनासे एवं भारत भोई सहित अधिकारी वर्ग उपस्थित थे।

पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शाजापुर के गुलाना में प्रदेश के पहले सीएम राइज स्कूल का लोकार्पण कर बच्चों को बड़ी सौगात दी है, यह मध्य प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम गढ़ रहा है। स्कूली, तकनीकी एवं उच्च शिक्षा से लेकर चिकित्सा शिक्षा तक बड़ा बदलाव आया है। दिग्विजय सिंह के बंटाधार शासनकाल में स्कूलों में न भवन थे, न ही शिक्षक और बच्चे लालटेन में पढ़ने को मजबूर थे। प्रदेश में शिक्षाकर्मी कल्चर था, बिगड़ते परीक्षा परिणाम थे, आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में तेज गति से पढ़ता मध्यप्रदेश और आधुनिकता में प्रतिस्पर्धा करता मध्यप्रदेश है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश नई शिक्षा नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। नई शिक्षा नीति से जहां शिक्षा में गुणवत्ता आई है, वहीं गुरूकुल परम्परा को बढ़ावा मिल रहा है। सीएम राइज स्कूल आधुनिक पद्धति से अध्ययन-अध्यापन और बच्चों के सर्वांगीण विकास में अहम सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि पुरातनकाल से हमारी शिक्षा पद्धति गुरूकुल परम्परा पर आधारित रही है, लेकिन बीच में इसे खंडित करने का काम किया गया। आज हम फिर उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं पोलिटेक्निक कॉलेज में हिंदी भाषा में पढाई प्रारंभ करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बना है। स्कूल शिक्षा की रैंकिंग में छलांग लगाकर प्रदेश 5वें स्थान पर पहुंच गया है।

पूर्व मंत्री श्रीमती चिटनिस ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक जिले एवं विकासखंड स्तर पर सीएम राइज स्कूलों की स्थापना कर स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में भागीरथी प्रयास किए हैं। पूरे प्रदेश में 9 हजार 95 सीएम राइज स्कूल बनाए जाने का लक्ष्य रखा है। इसका मुख्य लक्ष्य अनुकरणीय रूप से बच्चों के सीखने की प्रक्रियाओं को निर्धारित करना, विद्यार्थियों की सीखने की निरंतरता और शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के बीच सहज जुड़ाव है। यह स्कूल विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास का विजन एवं विद्यार्थियों को 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाने के मिशन के साथ साहसी, उत्कृष्ट, सत्यनिष्ठ तथा सभी के प्रति सम्मान और करूणा से युक्त विद्यार्थियों को गढ़ेगा। आने वाले समय में इन स्कूलों के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। हमारी युवा शक्ति यहां से शिक्षित होकर निकलेगी और प्रदेश व देश के सर्वांगीण विकास में अपना अहम योगदान देगी।


दिनांक:- 17 जुलाई 2023

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