बाजरा राजस्थान, मारवाड़ बारह मासी खाया जाने वाला अन्न, ज्यादातर सर्दी के मौसम में खाया जाने वाला अनाज है "बाजरा

बाजरा राजस्थान, मारवाड़ बारह मासी खाया जाने वाला अन्न, ज्यादातर सर्दी के मौसम में खाया जाने वाला अनाज है "बाजरा

निमाड प्रहरी-9977766399 

बाजरा राजस्थान, मारवाड़ बारह मासी खाया जाने वाला अन्न, ज्यादातर सर्दी के मौसम में खाया जाने वाला अनाज है "बाजरा" पर इसकी उपयोगिता हम भूल चुके है। यदि आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ ले तो निश्चित ही 10 किलो बाजरा पीसवा ही लेंगे।


सर्दी की मौसम में इसकी रोटी सुबह व शाम को या खिचड़ी जरूर खानी चाहिये, बाजरा गर्मी के साथ साथ हमारी हड्डियों को भी मजबूती प्रदान करता है।।


ग्रामीण इलाकों में आज भी बाजरा से बनी रोटी और "चूरमा लड्डू" को ठंड में बहुत पसंद किया जाता है।।


बाजरा में  मैग्नीशियम, कैल्शियम,मैग्नीज, ट्रिप्टोफेन,फास्फोरस, फाइबर (रेशा) विटामिन बी, एण्टी आक्सीडेण्ट आदि भरपूर मात्रा मे पाये जाते है।

बाजरा खाने से एनर्जी मिलती है,ये ऊर्जा का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है इसके अलावा अगर आप वजन घटाना चाह रहे हैं,तो भी बाजरा खाना आपके लिए फायदेमंद होगा।


बाजरा "कोलस्ट्रॉल" लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है,जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है, इसके अलावा ये मैग्नीशियम और पोटैशियम का भी अच्छा स्त्रोत है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार है।


बाजरे में भरपूर मात्रा में फाइबर्स पाए जाते हैं जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में सहायक हैं. बाजरा खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती है।


कई अध्ययनों में कहा गया है कि, बाजरा "कैंसर" से बचाव में सहायक है,पर ये न केवल कैंसर से बचाव में सहायक है अपितु इसके नियमित सेवन से डायबिटीज का खतरा भी कम हो जाता है,तथा डायबिटीज के मरीजों को इसके नियमित सेवन की सलाह दी जाती है।


बाजरे की रोटी खाने वालों को हड्डियों में कैल्शियम की कमी से पैदा होने वाले रोग "आस्टियोपोरोसिस" और खून की कमी यानी एनीमिया नहीं होता है,बाजरे में भरपूर कैल्शियम होता है जो कि "हड्डियों" के लिए रामबाण औषधि है।

आयरन भी बाजरे में इतना अधिक होता है कि खून की कमी से होने वाले रोग नहीं हो सकते।

गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम और आयरन की जगह बाजरे की रोटी और खिचड़ी दी जाये तो इससे उनके बच्चों को जन्म से लेकर पांच साल की उम्र तक कैल्शियम और आयरन की कमी से होने वाले रोग नहीं होते।

इतना ही नहीं बाजरे का सेवन करने वाली महिलाओं में "प्रसव" में असामान्य पीड़ा के मामले भी न के बराबर पाए गए।

"गर्भवती" महिलाओं को कैल्शियम की गोलियां खाने की जगह रोज बाजरे की दो रोटी खानी चाहिए।

बाजरे की रोटी का स्वाद जितना अच्छा होता है,उससे अधिक उसमें गुण भी होते हैं,बाजरा खा कर अपने शरीर को स्वास्थ्य लाभ पहुचाये

Comments

Popular posts from this blog

अखिल भारतीय धाकड़ माहेश्वरी समाज की शपथ विधि इछावर नगर में सम्पन्न

अखिल भारतीय धाकड़ माहेश्वरी सभा की केंद्रीय कार्यकारिणी चुनाव वर्ष 2025 - 27 खड़े उम्मीदवारों की। सूची

केले के रेशे से बनी शादी की पत्रिका और पावरलूम कपड़े का लिफाफा