आंवला एक वरदान जो किसी दवा से कम नहीं है रोजाना आवंला खाने के लिए कैंडी बनाने की विधि!

 आंवला एक वरदान जो किसी दवा से कम नहीं है रोजाना आवंला खाने के लिए कैंडी बनाने की विधि!

सामग्रीः

500 ग्राम आंवला (ताजा)

500 ग्राम चीनी

1/2 कप पानी

1/4 चम्मच इलायची पाउडर 

1/4 चम्मच काला नमक (स्वाद अनुसार)

विधिः

आंवलों को अच्छे से धोकर साफ करें। फिर उन्हें चारों ओर से कांटे से छिद्रित करें। इससे कैंडी बनाने के दौरान चीनी अच्छी तरह घुल जाएगी।

एक बर्तन में पानी उबालें। उबलते पानी में आंवले डालें और 5-7 मिनट तक उबालें। इससे आंवले नरम हो जाएंगे। फिर इन्हें छानकर ठंडा होने दें।


एक पैन में 1/2 कप पानी और 500 ग्राम चीनी डालें। इसे मध्यम आंच पर पकाएँ। जब चीनी पूरी तरह पिघल जाए और चाशनी थोड़ी गाढ़ी हो जाए, तो आंच बंद करें।


उबले हुए आंवलों को तैयार चाशनी में डालें। अच्छे से मिलाएँ और 15-20 मिनट तक पकाएँ। इसे धीमी आंच पर ही पकाएं ताकि आंवले चीनी को अच्छे से सोख लें।


जब आंवले अच्छी तरह चाशनी को सोख लें, तो उन्हें बाहर निकालें और एक ताजे कपड़े या बेकिंग पेपर पर रखकर सूखने दें।


जब कैंडी सूख जाए, तो ऊपर से इलायची पाउडर और काला नमक छिड़कें और अच्छे से मिलाएँ।


अब सूखी कैंडी को छोटे टुकड़ों में काटें या आकार में काटें।


तैयार आंवले की कैंडी को कांच के जार में भरकर रख सकते हैं।

नोट: आवंला खाने से सर्दी खांसी और अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है आंवला में विटामिन सी होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।



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