अंतरराष्ट्रीय मंच पर ओलंपियाड में अर्वाचीन इंडिया के विद्यार्थियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर लहराया परचम, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हार्दिक मगरे ने अर्जित किया प्रथम स्थान

 अंतरराष्ट्रीय मंच पर ओलंपियाड में अर्वाचीन इंडिया के विद्यार्थियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर लहराया परचम, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हार्दिक मगरे ने अर्जित किया प्रथम स्थान.

निमाड प्रहरी 9977766399

बुरहानपुर। नई दिल्ली में आयोजित इंटरनेशनल एजुकेशन ओलंपियाड (आईईओ) में बुरहानपुर की अर्वाचीन इंडिया स्कूल के विद्यार्थियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर प्रतिष्ठित वैश्विक रैंकिंग के साथ परचम लहराया।




वर्ष 2024-25 सत्र के लिए आयोजित इस इंटरनेशनल एजुकेशन ओलंपियाड में विश्वभर के 15 से अधिक देशों के 2 लाख से भी अधिक छात्रों ने भाग लिया। इसमें अर्वाचीन इंडिया स्कूल के 18 विद्यार्थियों ने हिस्सा लेकर शानदार प्रदर्शन किया।

अर्वाचीन इंडिया स्कूल कक्षा 3 के हार्दिक मगरे ने इंटरनेशनल एजुकेशन ओलंपियाड में गणित विषय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान अर्जित किया। पौरुषी पाटिल को उत्कृष्ट समग्र प्रदर्शन के लिए स्कूल प्राइड विनर अवार्ड से सम्मानित किया गया। अर्वाचीन इंडिया स्कूल के कुल 18 छात्रों ने ओलंपियाड में जोनल रैंक हासिल करते हुए शीर्ष स्थानों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसमें जोनल रैंक-1 अंर्तत भाविक तेमकर, तनीष्क तोडकर, आदित्य गाठे, खुशी सिंह एवं जोनल रैंक-2 में आर्यन गंगराड़े, सुशांत कुमार, सुहाना शेख तथा जोनल रैंक-3 के तहत मीत मलानी, देव श्रॉफ, हिमानिश पुरस्वानी, नेत्रा कुयाते, आयुष नितिन तलरेजा, तनय सतीश चौधरी, अंशुल शाह, दिया कोचर एवं जोहा अंसारी ने शानदान प्रदर्शन किया।

एनआईओएस-शैक्षणिक, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के पूर्व निदेशक एवं इंटरनेशनल एजुकेशन ओलंपियाड के चेयरमैन डॉ. कुलदीप अग्रवाल ने विजेताओं को बधाई देते हुए उनकी मेहनत और लगन की सराहना की। उन्होंने अर्वाचीन इंडिया स्कूल के शिक्षात्मक उत्कृष्टता के प्रति समर्पण की प्रशंसा की और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के अवसर उपलब्ध कराने के लिए स्कूल की सराहना की। “डिस्कवरिंग एंड एम्पावरिंग जीनियस ग्लोबली” के प्रति स्कूल की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए उन्होंने उभरती प्रतिभा को प्रोत्साहन व वैश्विक पहचान दिलाने में स्कूल की भूमिका को सराहा।

*अर्वाचीन इंडिया स्कूल में आयोजित हुआ सम्मान समारोह*

इंटरनेशनल एजुकेशन ओलंपियाड (आईईओ) में सम्मिलित होकर आए विद्यार्थियों का स्कूल परिसर में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें विजेताओं को पुरस्कार, उपहार, मैडल तथा प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों की उपलब्धियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई।

अर्वाचीन इंडिया स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती राखी मिश्रा, अमित मिश्रा एवं एकेडमिक हेड श्रीमती दीप्ति पोडियन, शिक्षकगण और समस्त छात्रों की ओर से सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने प्रतिभा को निखारने, बौद्धिक जिज्ञासा को प्रोत्साहित करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के अवसर प्रदान करने के लिए स्कूल की समृद्ध शिक्षण परिवेश की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसी उपलब्धियां स्कूल की शिक्षात्मक उत्कृष्टता और समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष प्रमाण हैं।

श्रीमती राखी मिश्रा ने कहा कि अर्वाचीन इंडिया स्कूल आने वाले वर्षों में छात्रों को और भी बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। हमारा उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जहाँ छात्र लगातार खुद को चुनौती दें, अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करें और नई ऊँचाइयाँ हासिल करें।

डायरेक्टर अमित मिश्रा ने कहा कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में, छात्रों को अपनी अलग पहचान बनाने के लिए सिर्फ कक्षा में पढ़ाई से ज्यादा की जरूरत है। उन्हें आलोचनात्मक सोच, समस्या-समाधान कौशल और विभिन्न विषयों की गहरी समझ विकसित करनी चाहिए। यहीं पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा ओलंपियाड (आईईओ) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ओलंपियाड छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने, सर्वश्रेष्ठ दिमागों के साथ प्रतिस्पर्धा करने और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करते हैं।

*क्या है अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा ओलंपियाड*

अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा ओलंपियाड (आईईओ) एक प्रतिष्ठित प्रतियोगिता है जिसे विभिन्न विषयों में छात्रों के ज्ञान, तार्किक तर्क और समस्या-समाधान क्षमताओं का आकलन करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये ओलंपियाड नियमित स्कूली परीक्षाओं से आगे बढ़कर छात्रों को उन्नत अवधारणाओं और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों पर परखते हैं। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा ओलंपियाड में कई विषय शामिल हैं, जिनमें गणित-समस्या समाधान और विश्लेषणात्मक कौशल को बढ़ाना। विज्ञान-जिज्ञासा और नवाचार को प्रोत्साहित करना। अंग्रेजी-व्याकरण, शब्दावली और समझ को मजबूत करना। डिजिटल साक्षरता-छात्रों को डिजिटल युग के लिए तैयार करना। सामान्य ज्ञान-समसामयिक मामलों और वैश्विक घटनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना। दुनियाभर के हजारों छात्रों की भागीदारी के साथ, आईईओ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, शैक्षिक उत्कृष्टता और बौद्धिक विकास की भावना को बढ़ावा देता है।



Comments

Popular posts from this blog

अखिल भारतीय धाकड़ माहेश्वरी समाज की शपथ विधि इछावर नगर में सम्पन्न

अखिल भारतीय धाकड़ माहेश्वरी सभा की केंद्रीय कार्यकारिणी चुनाव वर्ष 2025 - 27 खड़े उम्मीदवारों की। सूची

केले के रेशे से बनी शादी की पत्रिका और पावरलूम कपड़े का लिफाफा